प्रेगनेंसी 38 वां सप्ताह – गर्भावस्था लक्षण, शिशु और प्रेगनेंसी केयर टिप्स | 38 week pregnancy in hindi

38 सप्ताह के इस यात्रा में, आपके शिशु का 9वां महीना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। शिशु के फेफड़े अब इतने मजबूत हैं कि वह बाहर सांस लेने के लिए तैयार हैं, एक नया जीवन आरंभ करने के लिए। शायद हेड अप्स की भावना से, शिशु का आगमन भी अधिक नजदीक हो सकता है।
अगर आप पैरों में, वेजाइना के क्षेत्र में बिजली की भावना महसूस कर रही हैं, तो घबराएं नहीं! 38 सप्ताह के चरम पर, शिशु आपकी पेल्विस में पहुंच गया होता है, जहां वह सभी प्रकार के नसों के साथ खेलता है, एक नई जगह का अनुभव करता है।
38 सप्ताह के अंत में, शिशु फुल टर्म होने की कगार पर है, और आप भी लंबी और गहरी साँसें लेने का अभ्यास कर रही हैं। यह समय है जब आप और आपका शिशु एक नए यात्रा की शुरुआत के लिए साजग हो रहे हैं।
38 सप्ताह तक, शिशु के फेफड़े पहले से भी अधिक मजबूत और विकसित हो गए हैं, जिससे उसे गर्भ से बाहर आने के लिए पूरी तरह से तैयारी हो रही है। यह सुनिश्चित करता है कि आपका शिशु नए जीवन की शुरुआत में सशक्त रूप से हस्तक्षेप कर सकता है।
38 week pregnancy – 9 माह गर्भावस्था
3rd trimester – गर्भावस्था तीसरी तिमाही
2 week’s to go – 2 सप्ताह बांकी हैं

गर्भावस्था 38 सप्ताह – लक्षण, शिशु, प्रेगनेंसी टिप्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 38 week pregnancy in hindi

38-week-pregnancy-hindi
आपके जानने योग्य बिन्दु!
  • आपके शिशु के वोकल कॉर्ड और फेफड़े अब पूरी तरह से विकसित हैं, इसका मतलब यह है कि वह अब रोने और गाने की क्षमता सहित अन्य ध्वनियों को बना सकता है। शिशु के चेहरे की मुखरता और भावनात्मक संवेदनशीलता की शुरुआत हो सकती है।
  • आपके शिशु की आंखें नीली, भूरी या ग्रे रंग की हो सकती हैं, लेकिन इसे शिशु रोशनी के संपर्क में आते ही इन रंगों में फीकापन आ सकता है। जन्म के 1 साल के बाद, आप उसकी आंखों के सही रंग को पहचान सकेंगी।

“38 सप्ताह की प्रेगनेंसी में शिशु का विकास – बेबी डेवलपमेंट देखिए”

 

लानुगो (Lanugo) हट रहा है

शिशु की त्वचा को ढंकने वाला बालों जैसा कवच (Lanugo) डिलीवरी के नजदीक हटने लगता है, जिससे उसकी त्वचा को गर्मी मिलती है। यह एक और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो शिशु के विकास को संकेतित करती है और उसके जीवन के नए चरण की शुरुआत होती है।

शिशु की आंखें

जन्म से पहले, शिशु की आंखों का रंग नीला, भूरा, या ग्रे हो सकता है। यह रंग उसके शरीर में मेलानिन (melanin) की मात्रा पर निर्भर करता है, जो उसकी त्वचा और आंखों के रंग को नियंत्रित करता है। इसलिए, इसका रंग बदल सकता है जब शिशु बढ़ता है, लेकिन इसका मतलब नहीं है कि जन्म के बाद भी रंग वैसा ही रहेगा।

शिशु का आकार और तिमाही के 38वां हफ्ते:

शिशु का आकार और तिमाही के 38वें हफ्ते में विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो गया है। अब शिशु का वजन 7 पाउंड (3 से 4 किलोग्राम) है और उसकी लंबाई 20 इंच तक पहुंच चुकी है। शिशु ने अब तरबूजे के आकार को छोड़ते हुए अपने विकास का एक नया पड़ाव बना लिया है, और उसका सिर पेट के गोलाई के बराबर है। आगामी 2 से 3 सप्ताहों में, आप अपने शिशु को गोद में महसूस करेंगी, जिससे इस सफल यात्रा का एक और महत्वपूर्ण मोमेंट होगा।

गर्भ के बाहर जीवन – Survival outside the womb

जब प्रेगनेंसी 39 सप्ताह में पहुंचती है, तो उसे फुल टर्म प्रेगनेंसी माना जाता है। हालांकि, 37 सप्ताह से 38 सप्ताह 6 दिन को early term माना जाता है। इस अवधि में शिशु जन्म के लिए पूरी तरह तैयार होता है, लेकिन कुछ विकास की प्रक्रियाएं अभी भी बाकी हैं, जो अगले 1 से 2 सप्ताह में पूरी हो जाएंगी। इस अवधि में, शिशु का समर्थन और देखभाल विशेष महत्वपूर्ण है, ताकि वह स्वस्थी और सुरक्षित रूप से गर्भ के बाहर जीवन का सामना कर सके।

अड़तीस सप्ताह में गर्भवती का शरीर – Your body at 38 week pregnant in hindi

38 सप्ताह में लेबर के संकेत

कॉन्ट्रेक्शन होना
संकुचन होना अड़तीस सप्ताह में आपकी दिनचर्या का हिस्सा होता है। अगर अचानक 38 सप्ताह में आप पेट में झुनझुनी या कॉन्ट्रेक्शन महसूस करने लगें, जो पोजिशन बदलने पर भी बन्द न हों, तो इसका मतलब है कि आप लेबर के शुरुआती चरण में हैं।
कॉन्ट्रेक्शन अगर हर 5 मिनट में होने लगें और 2 घंटे से अधिक रहें, तो यह निश्चित रूप से लेबर का संकेत है, और आपको तुरंत हॉस्पिटल के लिए तैयार हो जाना चाहिए। इस समय में सही स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करना महत्वपूर्ण होता है ताकि आपकी और शिशु की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
पीठ दर्द होना
पहले भी आपने प्रेगनेंसी के दौरान पीठ दर्द महसूस किया हो सकता है, लेकिन 38 सप्ताह में ऐसा दर्द जो अचानक और बहुत तीव्र हो, यह लेबर के संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में, तुरंत इसे अपने डॉक्टर से साझा करना महत्वपूर्ण है, ताकि आपको उचित मार्गदर्शन और सहायता मिल सके। स्थिति का त्वरित समाधान और उचित देखभाल आपकी और शिशु की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।
म्यूकस प्लग (श्लेमा) और ब्लडी शो दिखना
यदि आप सफेद और गाढ़ा डिस्चार्ज देख रही हैं, जिसके साथ रक्त की कुछ बूंदें भी हो सकती हैं (ब्लडी शो), तो यह एक संकेत है कि आपका शरीर लेबर के लिए तैयार हो रहा है। इस स्थिति में, सर्विक्स डाईलेट होने लगा है, जिससे म्यूकस प्लग (श्लेमा) बाहर आ सकता है।
यह सामान्यत: गर्भावस्था के पहले चरण का हिस्सा है और लेबर की शुरुआत की सूचना हो सकती है। इस समय, अगर ब्लडी शो के साथ डिस्चार्ज हो रहा है, तो यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया का हिस्सा है जिससे शिशु के जन्म की तैयारी होती है।
डायरिया
डायरिया 38 सप्ताह के दौरान केवल एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन यह भी लेबर के शुरुआती चरण का संकेत हो सकता है। हालांकि, यह पूरी तरह निश्चित नहीं है, लेकिन कुछ गर्भवतियों ने इसका महसूस किया है कि वे लेबर की शुरुआत से पहले डायरिया के साथ मतली की तरह का आघात महसूस करती हैं।
इस स्थिति में, डॉक्टर से संपर्क करना महत्वपूर्ण है ताकि वह सही त्वरित और उचित देखभाल सुनिश्चित कर सकें और आपके स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकें।
पानी की थैली फूटना
अड़तीस सप्ताह में पानी जैसा रिसाव, एमनियोटीक फ्लूइड के लिक होने का संकेत हो सकता है। यदि आपको ऐसा अनुभव हो रहा है, जिससे यह सुस्त रिसाव हो रहा है, तो यह एक एमनियोटीक फ्लूइड लीक का संकेत हो सकता है। जब पानी की थैली फूट जाती है, तो इसे आमतौर पर “वॉटर ब्रेक” भी कहा जाता है।

38 सप्ताह में सर्विक्स डाईलेट होना

अड़तीस सप्ताह में सर्विक्स डाईलेशन हर गर्भवती के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। कुछ महिलाओं में तो इस प्रक्रिया की शुरुआत अब भी नहीं हुई होती, जबकि दूसरी महिलाएं शायद पहले से ही 1 से 2 सेंटीमीटर तक सर्विक्स डाईलेशन महसूस कर रही होती हैं। इस हफ्ते में, अगर आप डॉक्टर के पास जाएं, तो वे इसकी जांच करेंगे। जब सर्विक्स 4 सेंटीमीटर तक डाईलेट हो जाता है, तो आप एक्टिव लेबर के लिए तैयार हो जाती हैं। इस समय में, डाक्टर से समाचार प्राप्त करना महत्वपूर्ण होता है ताकि आप आने वाले घड़ी में सुरक्षित रह सकें।

स्तनों से रिसाव होना – Colostrum

आपके बचे हुए सप्ताहों को हम रिहर्सल कह सकते हैं, जिसमें आपका शरीर खुद को शिशु के लिए तैयार कर रहा होता है। इस समय, गर्भवतियां तीसरी तिमाही में स्तनों से हल्का पीले रंग का डिसचार्ज देख सकती हैं।
घबराएं नहीं! यह कोलेस्ट्रम (Colostrum) है, जो जन्म के बाद शिशु के लिए पहला भोजन होता है और शिशु को ताकत प्रदान करता है। अगर यह कुछ ज्यादा होने लगता है, तो आप नर्सिंग ब्रा उपयोग कर सकती हैं।
हालांकि, सभी गर्भवतियों को यह महसूस नहीं होता, इसलिए यदि आप इसे नहीं देखतीं हैं, तो घबराएं नहीं! आपके स्तनों में Colostrum बन रहा है और समय के साथ आप शिशु को दूध पिला रही होंगी।

प्रेगनेंसी का अंतिम समय

अब सिर्फ दो सप्ताह की दूरी पर है, और आपकी गोद में छोटा सा आशीर्वाद होने वाला है। लेकिन अगर आपका शिशु थोड़ी देर से आने का मन बना रख रहा है, तो घबराएं नहीं। 38 सप्ताह प्रेगनेंसी में आपका शरीर चरम सीमा के इस करीब पहुंचा है, और यह अद्वितीय अनुभव की तैयारी में है।
कुछ गर्भवतियां अब शिशु के ड्रॉप को महसूस कर रही हैं, जिससे आपकी सांसें लंबी और गहरी हो रही हैं। शिशु के ड्रॉप से पेल्विस पर थोड़ा दबाव बढ़ रहा है, और सर्विक्स में डाइलेशन और एफेसमेंट हो रहा है। इस समय का इंतजार करना एक नया यात्रा का आगाज़ है, जिसमें हर पल बेहद अनमोल होता है।

“अड़तीस सप्ताह में गर्भावस्था के लक्षण – 38 week pregnancy in Hindi”

ब्रैक्स्टन हाइक्स कॉन्ट्रेक्शन

38 सप्ताह में, ब्रैक्स्टन हाइक्स का समय है, जो किसी के लिए एक नकली संकुचन की तरह महसूस हो सकता है। इसे “नकली संकुचन” भी कहते हैं, और यह एक संकुचन की तैयारी का हिस्सा है जो आपने पिछले कुछ सप्ताहों से महसूस किया है।
प्रेगनेंट बैली जैसा टाइट होना, महसूस करना, और यदि कॉन्ट्रेक्शन का दर्द तेज़ नहीं है और पोजीशन बदलने से गायब हो जाता है, तो ये ब्रैक्स्टन हाइक्स कहलाएंगे। ये शिशु के जन्म के प्रस्तुति का एक सामर्थ्य बढ़ाने का तरीका हो सकता है जिससे आपकी शिशु को आसानी से और सुरक्षिती से आने में मदद हो सकती है।

नेस्टिंग इंस्टिंक्ट

आपका शरीर अब शिशु के आने की तैयारी में है और यह आपको एक नए चरण में ले जा रहा है – नेस्टिंग इंस्टिंंक्ट का समय। इन दिनों, आप अचानक अत्यधिक ऊर्जा से भरी हुई महसूस कर सकती हैं, जो आपको बच्चे के आगमन के लिए तैयार करने में मदद करेगी।
यह ऊर्जा आपको अपने आसपास के माहौल को स्वच्छ और उत्तेजनपूर्ण बनाने में मदद कर सकती है, जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ सकता है और आप बेबी नर्सरी या घर की तैयारी में जुटे रह सकती हैं। यह एक माँ के स्वाभाविक तैयारी का हिस्सा है और एक नए अनुभव के लिए आपको संतुलित और तैयार महसूस करने में मदद कर सकता है।

ब्लडी शो

यह गर्भवती महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण हलचल हो सकता है – ब्लडी शो, जिसे कभी-कभी “ब्लड स्टेनड डिस्चार्ज” भी कहा जाता है। यह गुलाबी या भूरे रंग के वेजाइनल डिसचार्ज के रूप में दिखता है, जो सर्विक्स डाइलेशन के कारण होता है।
यह सामान्यत: बच्चे के जन्म की तैयारी में होने वाला हर्बिंज हो सकता है, क्योंकि इसका अर्थ है कि शिशु के आने का समय निकट है। ब्लडी शो एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिससे आपका शरीर शिशु के लिए तैयारी में है। अगर आप इसे अनुभव करतीं हैं, तो समय पर अस्पताल पहुंचना महत्वपूर्ण हो सकता है।

श्लेमा (म्यूकस) डिस्चार्ज

श्लेमा, जिसे हम म्यूकस कहते हैं, एक महिला के गर्भाशय और सर्विक्स से आने वाला साफ, चिपचिपा और सफेद पदार्थ है। यह शानदार रूप से इस समय में दिखाई देता है, क्योंकि अब सर्विक्स डाइलेशन का प्रक्रिया आरंभ हो रहा है।
यह डिस्चार्ज सामान्यत: योनि से होता है और इसका मुख्य उद्देश्य गर्भाशय को साफ रखना और संरक्षित रखना है, ताकि शिशु को सुरक्षित रूप से पलने के लिए आत्मनिर्भरता मिले। इसे देखकर महसूस होने वाली बदलती गतिविधियों का संकेत है और यह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मां और शिशु के बीच सही समय पर प्रक्रिया को शुरू होने का संकेत दे सकता है।

बार बार पेशाब आना

आपके बार-बार पेशाब जाने का एक अधिक फ्रिक्वेंट और अस्वाभाविक होने का कारण हो सकता है कि शिशु ने आपके ब्लैडर पर प्रेशर डाल दिया हो। यह एक आम प्रेगनेंसी संकेत हो सकता है।
इस समय, आपको हाइड्रेटेड रहना बहुत महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करेगा कि आपका शरीर पर्याप्त पानी से भरा हुआ है और आप और आपके शिशु के लिए ठीक से संचालित हैं। कैफिन जैसी मूत्रवर्धक चीजों का सेवन कम करना भी उपयुक्त हो सकता है। इससे आप रात को अधिक बार उठकर पेशाब जाने की आवश्यकता को कम कर सकती है।

पेट पर खुजली

खुजली से आराम पाने के लिए विटामिन ई ऑयल एक अच्छा उपाय हो सकता है। इसे आप सीधे खुजली वाले क्षेत्र पर लगा सकतीं हैं। विटामिन ई कैप्सूल का सेवन भी इसमें सहायक हो सकता है और निप्पल में होने वाली सोरनेस को कम करने में मदद कर सकता है।
हमेशा ध्यान दें कि इससे पहले डॉक्टर से सलाह लें और सुनिश्चित हों कि आपके लिए यह सुरक्षित है।

स्तनों से डिस्चार्ज

आप नोटिस कर रहीं होंगी कि आपके स्तनों का आकार बढ़ता हुआ है, और आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है। इन दिनों, आप स्तनों से हल्का पीले रंग का डिस्चार्ज देख रहीं होंगी, जिसे Colostrum कहा जाता है। यह शिशु के लिए पहला महत्वपूर्ण भोजन होता है और इसमें ऊबड़ छोटे से लेकर शिशु की रक्षा करने के लिए कई पौष्टिक तत्वों का समृद्धि होता है।
यह स्वाभाविक है और माँ और शिशु के बीच एक स्वास्थ्यपूर्ण संबंध की शुरुआत का संकेत हो सकता है।

नींद न आने की समस्या

इन सभी बदलते मौड़ों और शारीरिक परिवर्तनों के कारण, नींद न आने की समस्या सामान्य है। लेकिन रात्रि में सोने से पहले रिलैक्सेशन तकनीकें, उचित पॉजीशन, और सुस्ती वाले आसपास के माहौल का ध्यान रखना आपकी नींद को सुधार सकता है। किताबें पढ़ना भी एक शांतिपूर्ण रात्रि की शुरुआत के लिए एक अच्छा तरीका हो सकता है।

गर्भावस्था के अड़तीस सप्ताह में अल्ट्रासाउंड – जाँच (Ultrasound Test) (अड़तीस सप्ताह में गर्भावस्था की जाँच):

38 सप्ताह में शिशु के बालों का आगमन होना चमत्कारी है! ये 1 इंच के छोटे बाल शिशु की चारमी बदलने में एक सहायक होते हैं, जिसे हम वर्निक्स कहते हैं। जन्म के बाद भी, इन सफेद बालों का अंश देखना आम है, जो एक यादगार और जीवंत अनुभव प्रदान करता है।
अड़तीस सप्ताह में, आपकी डॉक्टर की जांच से पता चलेगा कि शिशु बर्थ पोजीशन में है या नहीं। पेल्विस एग्जाम के दौरान, सर्विक्स में डाईलेशन का मूल्यांकन होता है, जो बच्चे की जन्म के लिए शारीरिक तैयारी का संकेत है।
लेकिन लेबर की शुरुआत का समय पूरी तरह से निश्चित करना कठिन है। आपकी डॉक्टर उल्ट्रासाउंड के माध्यम से 38 सप्ताह में शिशु की स्थिति की जाँच कर सकते हैं। बायोफिजिकल प्रोफाइल टेस्ट में अल्ट्रासाउंड और नॉन-स्ट्रेस टेस्ट के साथ शिशु की हृदय दर को मॉनिटर किया जाता है, जिससे डॉक्टर शिशु की सुरक्षा का निर्णय लेते हैं।
इस सप्ताह याद रखने वाली बातें – week 38 pregnancy checklist
  • अपनी गर्भावस्था की 38वीं सप्ताह पर, यह कुछ चीजें जो आप याद रख सकती हैं:
  • ब्रेस्ट फीडिंग के लिए तैयारी: ब्रेस्ट फीडिंग के लिए ब्रा खरीदें और इस विषय में सही जानकारी प्राप्त करें।
  • पार्टनर के साथ समय बिताएं: इस अद्भुत समय को अपने पार्टनर के साथ साझा करें और आत्मा को शांति में रखें।
  • संकेतों का ध्यान रखें: प्रसव के संकेतों को समझने के लिए तैयार रहें और डूला या जन्म साथी की मदद लें।
  • पानी पीने का सीधा नियमानुसार: पर्याप्त पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है, इससे हीड़े के दर्द में सुकून मिलता है।
  • धीरे चलना: धीरे-धीरे चलने से आपको अधिक आराम मिलेगा और योनि को आराम रहेगा।
  • सुविधाजनक कपड़े: राहत और आराम के लिए सुविधाजनक कपड़े पहनें।
  • वातावरण का ध्यान रखें: आरामदायक और शांतिपूर्ण वातावरण में रहें, इससे मां और शिशु के बीच सकारात्मक असर होता है।
  • प्रेगनेंसी सपोर्ट बेल्ट उपयोग करें: पेट को सहारा देने के लिए सपोर्ट बेल्ट का उपयोग करें।

गर्भावस्था अड़तीस सप्ताह के लिए टिप्स – “Self-Care Tips for 38 Week of Pregnancy in Hindi”

 

हॉस्पिटल बैग तैयार रखें

हॉस्पिटल बैग की तैयारी बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपकी आने वाली डिलीवरी के लिए आपको सुगम बनाए रखने में मदद कर सकता है। निम्नलिखित कुछ आइटम्स जो आप अपने हॉस्पिटल बैग में शामिल कर सकतीं हैं:
रिलेवेंट डॉक्यूमेंट्स: आपकी आवश्यक दस्तावेज़, पहचान प्रमाणपत्र, और अस्पताल की एडमिशन प्रक्रिया के लिए आवश्यक दस्तावेज़।
सुविधाजनक कपड़े: आरामदायक नाइटगाउन और सुविधाजनक कपड़े, जिनमें आपको आराम मिले।
ब्रा और अंडरवियर: ब्रेस्टफीडिंग के लिए और आरामदायक अंडरवियर।
पर्सनल हाइज़ीन किट: ब्रश, टूथपेस्ट, हेयरब्रश, और अन्य आवश्यक इटम्स।
मोबाइल चार्जर: मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चार्ज करने के लिए।
खाद्य सामग्री: स्नैक्स और पानी की बोतल, जो आपको ऊर्जा बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

ढीले कपड़े पहने

ढीले कपड़े पहनना और प्रचुर मात्रा में पानी पीना आपकी बेहतर सेहत के लिए मददगार हो सकता है। यह हार्मोनल बदलाव और ताजगी की भारी गर्मी में आपको राहत पहुंचा सकता है।

लेबर लाने वाले खाद्य पदार्थ

यह सही है कि लेबर लाने में कुछ खाद्य पदार्थों का माध्यमक हो सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित नहीं है कि वे आपको त्वरित लेबर लाने में मदद करेंगे। अधिकतम खाद्य सुरक्षित और स्वस्थ होना चाहिए। हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा है ताकि आपके लिए सबसे उपयुक्त राह चुनी जा सके।

आने वाले दिनों को प्लान करें

शिशु के आने वाले दिनों को सही तरीके से प्लान करना एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है। आपकी सुविधा के लिए खाना, आवश्यक चीजें, और सहारा तय करना महत्वपूर्ण है ताकि आप और आपके शिशु को सुकून और राहत मिले।

अड़तीस सप्ताह के लिए प्रेगनेंसी आहार

अड़तीस सप्ताह में वेजेटेरियन प्रेगनेंसी आहार का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। यहां कुछ सुझाव:
प्रोटीन युक्त भोजन:
नाइट्स, मूंगफली, और दाल में प्रोटीन होता है।
दही:
अगर दूध नहीं पीती हैं, तो दही उत्तम उपाय है।
हरी सब्जियां:
सब्जियां और रेशेदार फल पोषण से भरपूर होते हैं।
नारियल पानी:
नारियल पानी कैल्शियम और आयरन का अच्छा स्रोत हो सकता है।
आहार सुप्लीमेंट्स:
यदि आवश्यक, तो डॉक्टर की सलाह पर आहार सुप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करें।

आम प्रश्न – प्रेगनेंसी से संबंधित कुछ जवाब

 

प्रेगनेंसी में कौन सी गलतियां ना करें?
नशीले पदार्थों का सेवन:
नशीले पदार्थों से बचें, जैसे कि अल्कोहॉल और धूम्रपान, क्योंकि इनसे गर्भ में नुकसान हो सकता है।
अत्याधिक शारीरिक कसरत:
अत्यधिक शारीरिक कसरत से बचें, खासकर जब आपकी डॉक्टर ने कुछ ऐसी कसरतें न करने की सलाह दी हो।
क्या प्रेगनेंसी में सेक्स कर सकते हैं?
प्रेगनेंसी के दौरान संबंध बनाए जाने पर कुछ सावधानियों का पालन करना महत्वपूर्ण है, जैसे कि डॉक्टर की सलाह, उचित पोजीशन, और तंग या दर्द की स्थिति में संबंध बनाएं। यदि कोई स्वास्थ्य समस्या हो, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए?
सही लाइफ स्टाइल को अपनाना प्रेगनेंसी के दौरान महत्वपूर्ण है। इसमें स्वस्थ आहार, उचित व्यायाम, पर्याप्त आराम और स्वास्थ्य सुरक्षित गतिविधियों का सही तरीके से पालन करना शामिल है। इसके अलावा, अपने डॉक्टर की सलाह और निरंतर चेकअप्स का ध्यान रखना भी जरूरी है।
Matrishakti के कुछ शब्द
38 सप्ताह के गर्भावस्था में, आपकी यात्रा अब अंत में है। इस समय में, सुरक्षित और स्वस्थ प्रसव के लिए तैयारी करना महत्वपूर्ण है। आपकी डॉक्टर से निर्देशों का पालन करना और सवारी की आवश्यकता पर ध्यान देना जरूरी है। अगर आपको कोई संकेत महसूस हो रहा है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
Share on:

Leave a Comment