गर्भावस्था के छब्बीस हफ्ते में, आप दूसरे तिमाही के अंत की ओर बढ़ रही हैं और तीसरे तिमाही की ओर कदम बढ़ा रही हैं। इस दौरान, आपका छोटा सा साथी अपनी सुंदर आंखें खोलने में व्यस्त है। जबकि आपका पेट बढ़ता है, आपको गर्भावस्था इनसोमनिया और थकान का अहसास हो सकता है।
हालांकि, आपने अब तक अपने शिशु से मिला नहीं है, लेकिन उनका प्रभाव आपके जीवन पर पहले ही प्रकट हो रहा है। आपकी नींद को प्रभावित करना, आपके मस्तिष्क को प्रभावित करना, ये सब आपके लिए एक तनाव स्रोत बन सकते हैं।
जब एक शिशु का जन्म होता है, यह सिर्फ शिशु ही नहीं, बल्कि आप भी खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार कर रही हैं। यह सफर केवल शिशु के विकास से ज्यादा है; यह आपकी तैयारी को विभिन्न स्तरों पर आकार दे रहा है।
26 week pregnancy – 6 माह गर्भावस्था2nd trimester – गर्भावस्था दूसरी तिमाही14 week’s to go – 14 सप्ताह बांकी हैं
गर्भावस्था 26 सप्ताह – लक्षण, शिशु, प्रेगनेंसी टिप्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 26 week pregnancy in hindi
आपके जानने योग्य बिन्दु!
- आपका शिशु अब खुद को आंतरिक दृष्टि से देखने के लिए तैयार हो रहा है, और उसकी आंखों की पलकें भी विकसित हो रही हैं
- शिशु के छोटे नाखून भी अब उग आए हैं और जन्म के समय तक ये काफी मजबूत हो चुके होंगे।
- आपका शिशु चीजों को निगलने की कोशिश कर रहा हो सकता है। यह क्रिया उसके फेफड़ों के स्वस्थ विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
“26 सप्ताह की प्रेगनेंसी में शिशु का विकास – बेबी डेवलपमेंट देखिए”
शिशु की आंखें खुलने लगीं हैं
चौदह सप्ताह के समय, शिशु की आंखें जो बंद थीं, वे अब खुलने लगती हैं। इससे शिशु के रेटीना और आंख के अंदरीय भाग का सही विकास होता है। यह मतलब है कि आपका शिशु अब देखने के लिए तैयार है, हालांकि गर्भाशय का दृश्य इतना रोमांचक नहीं होता!
इस वक्त, आप फ्लैश लाइट के साथ अपनी प्रेगनेंट बेली पर लाइट कर सकती हैं, और शिशु इस प्रक्रिया में रौंगत दिखा सकता है। यह एक रोमांटिक क्षण हो सकता है, जैसे कि शिशु आपको बता रहा हो कि वह तैयार है हैं!
इस समय, शिशु की आंखों का प्राकृतिक रंग आयरिश में होता है, लेकिन पिग्मेंटेशन की कमी के कारण इसका अंतर्निहित रंग अभी कठिन हो सकता है। यह रंग जानना कुछ सालों बाद हो सकता है, शिशु के जन्म के बाद।
छब्बीस सप्ताह में शिशु का आकार कितना हैं – baby size at 26 week
गर्भवती होने पर 26 सप्ताह के बाद, आपके शिशु का आकार एक बड़े गोभी के समान हो सकता है। इस समय, शिशु की माप 14+ इंच और वजन 2 पाउंड तक हो सकता है। उसके विभिन्न अंगों का विकास भी तेजी से हो रहा है।
शिशु का पूर्व तुलनात्मक विकास के कारण, 26 सप्ताह तक शिशु काफी पहले से विकसित हो चुका होता है। इस सप्ताह में, उसकी आंखें खोलने का तैयारी हो रही हैं, जो एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण क्षण हो सकता है।
गर्भ के बाहर जीवन
हालांकि, शिशु 26 सप्ताह में जन्म लेने पर उसका विकास अभी भी जारी है, लेकिन मॉडर्न समय में इस आयु में जन्म लेने वाले शिशु प्रीमेच्योर हो सकते हैं। इसके बावजूद, इन शिशुओं की सर्वाइवल चांसेस बहुत अधिक होती हैं।
गर्भ के बाहर जीवन में, इन प्रीमेच्योर शिशुओं के लिए नेनाटल केयर का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है ताकि उन्हें बेहतर देखभाल और सहारा मिल सके।
शिशु का मानसिक विकास
भ्रूण विकास के इस महत्वपूर्ण चरण में, शिशु का मानसिक विकास भी गति पकड़ रहा है। अब वह सिर्फ आवाजों को सुनने से बाहर, बल्कि प्रतिक्रियाएँ भी देने लगा है। इसका मतलब है कि उसकी प्लस रेट और प्रतिक्रियाएं अब अधिक हो गई हैं, एक सकारात्मक मानसिक विकास की ओर इशारा करते हुए।
छब्बीस सप्ताह में गर्भवती का शरीर – Your body at 26 week pregnant in hindi
गर्भ में शिशु की हरकत
शिशु की हरकतों को देखकर आपको लग सकता है कि आप एक दर्जन बच्चों को गर्भ में लिए फिर रहीं हैं। शिशु यहां से विभिन्न हरकतों का प्रैक्टिस कर रहा है जो आगामी जीवन में उसकी मदद करेंगे, जैसे पेट पर चलने की कोशिश।
शिशु का मस्तिष्क विकसित हो रहा है और भ्रूण की हरकतें लयबद्ध हो रही हैं। गर्भ में शिशु का बढ़ना और ताकतवर होना उसकी हरकतों को भी ताकतवर बना रहता है।
एक आसान तकनीक जो आप आजमा सकती हैं है पैरों को थोड़ा फैला कर रखना, जिससे उस पर भार नहीं पड़े, और जब आप खुद को स्ट्रेच कर रहीं हो तो आहिस्ता से आगे बढ़ना।
नाभि का बाहर निकलना
दूसरी तिमाही के बीच या आखिरी दिनों में आपका बढ़ा हुआ गर्भाशय आपके पेट को बाहर ढकेलने लगता है, जिससे गर्भवती नारी की नाभि अक्सर बाहर निकल आती है। जब आप 26 सप्ताह की गर्भवती होती हैं, आपका गर्भाशय नाभि से 2 ½ ऊपर हो जाता है।
बाहर निकली हुई नाभि, यह आपके प्रेगनेंसी की निशानी हो सकती है और डिलीवरी के बाद सामान्य हो जाएगी।
इनसोमिया – Insomnia
प्रेगनेंसी इनसोमिया, यानी अनिद्रा, एक सामान्य हालत है जिससे आपको रात को अच्छी और गहरी नींद प्राप्त करने में मुश्किल हो सकती है।
रात को अच्छी और गहरी नींद प्राप्त करने के लिए आप कुछ आसान तकनीकें आजमा सकती हैं, जैसे कि कसरत करना, ठंडी और ताजगी वाली हवा लेना
“छब्बीस सप्ताह में गर्भावस्था के लक्षण – 26 week pregnancy in Hindi”
आलस आना
शरीर के भार का बढ़ना और जोड़ों का लूज होना आपको आलसी महसूस करा सकता है। यह असमय होने वाली गतिविधियों में सावधानी बरतने की सिफारिश करता है।
प्रेगनेंसी ब्रेन
प्रेगनेंसी में भूलना आपके प्रेगनेंसी ब्रेन के कारण हो सकता है। यदि आप चीजों को याद रखने में मुश्किल महसूस कर रही हैं, तो आप इन्हें लिखकर सुनिश्चित कर सकती हैं।
राउंड लाईगमेंट पेन
बढ़ते हुए गर्भाशय के कारण होने वाला राउंड लाईगमेंट पेन दर्दभरा हो सकता है। आपको आराम देने के लिए सही पोजीशन में रहना महत्वपूर्ण है।
ब्लॉटिंग और गैस
बढ़ते हुए गर्भाशय का प्रेशर पेट और अंतड़ियों पर हो सकता है, जिससे आपको ब्लोटिंग और गैस की समस्या हो सकती है। तीन छोटे भोजन करना और धीरे-धीरे पोजिशन बदलना मदद कर सकता है।
माईग्रेन – migraines
माइग्रेन की शिकायत रखने वाली महिलाओं के लिए गर्भावस्था कठिन हो सकती है। स्ट्रेस को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन आपकी मदद कर सकते हैं।
आंखो का धुधलापन
गर्भावस्था हार्मोन्स के कारण आंखों में सूखापन हो सकता है। आंई ड्रॉप का उपयोग करके आप आंखों की समस्याओं को कम कर सकती हैं।
गर्भावस्था के छब्बीस सप्ताह में अल्ट्रासाउंड – जाँच (Ultrasound Test) (छब्बीस सप्ताह में गर्भावस्था की जाँच):
इस समय के अल्ट्रासाउंड में शिशु के विकास को देखने का अवसर होता है। डॉक्टर शिशु की स्थिति, आंतरिक अंगों का विकास, और लिवर, गुर्दे, ब्लैडर जैसे अंगों की स्थिति का मूल्यांकन कर सकते हैं। इससे शिशु की स्वास्थ्य और विकास का निरिक्षण किया जा सकता है।
गर्भावस्था छब्बीस सप्ताह में पेट निकलना – 26 week pregnancy in Hindi
जब आप 26 सप्ताह प्रेगनेंट होती हैं, आपका पेट बढ़ता है और बच्चे का आकार भी बढ़ता है, जिससे आपका पेट सामान्य से ऊपर उठता है। यह आपको आपकी बढ़ती हुई गर्भधारण का अहसास कराता है, और आपकी त्वचा टाइट और इची हो सकती है। हाईड्रेट रहना और मॉइस्चराइज़ करना इस समय में त्वचा की देखभाल में मदद कर सकता है।
आप लगभग 16 से 22 पाउंड तक वजन गेन कर चुकी होंती हैं। 27 से 42 पाउंड यदि आप जुड़वा बच्चों से गर्भवती होंगी।
इस सप्ताह याद रखने वाली बातें – week 26 pregnancy checklistअपने शिशु से बात करें: शिशु के साथ संवाद में रहें, उससे जुड़े रहें।अपनी दिनचर्या को सही रखें: हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, और सही आराम से अपनी दिनचर्या को सही बनाए रखें।शिशु की हरकतों को ट्रैक करें: शिशु की लगातार हरकतों का ध्यान रखें और उन्हें ट्रैक करें।शिशु के लिए घर को सजाएं: शिशु के आने के लिए घर को तैयार करें, उसके लिए सुरक्षित और आरामदायक अवस्था में रखें।अपनी स्किन को मॉइस्चराइज़ करते रहें: त्वचा को सुडौल रखने के लिए नियमित रूप से मॉइस्चराइज़ करें।निश्चित और सही रूप से वजन गेन करें: डॉक्टर की मार्गदर्शन में रहकर नियमित और सही मात्रा में वजन बढ़ाएं।
गर्भावस्था छब्बीस सप्ताह के लिए टिप्स – “Self-Care Tips for 26 Week of Pregnancy in Hindi”
शिशु के बारे में सोचें
शिशु के लिए आवश्यक चीजों की खरीदारी के लिए सही सलाह लें और धीरे-धीरे तैयारी में जुटे।
थोड़ा एक्सरसाइज
आसान एक्सरसाइज के द्वारा स्वस्थ रहें, अपनी शिशु के साथ संवाद में रहते हुए।
सही पोस्चर बनाकर रखें
पेट और पीठ में दर्द से बचने के लिए सही पोस्चर में रहें, चलते वक्त कंधों को पीछे झुकाएं।
साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे
सफाई में विशेषज्ञता बनाए रखें, खाद्य तैयार करने और खाने से पहले हाथ धोएं।
खाने को अच्छे से पकाए
खाना सही रूप से पकाएं, और खाद्य पदार्थों का सही चयन करें।
हानिकारक खाद्य पदार्थों से बचें
गर्भावस्था में हानिकारक खाद्य पदार्थों से परहेज करें, जैसे कि कच्चा मांस और अधिक मीठा भोजन।
छब्बीस सप्ताह के लिए प्रेगनेंसी आहार
अगर आप वेजीटेरियन हैं, तो इक्कीस सप्ताह के दौरान सही पोषक तत्वों को पूरा करने के लिए निम्नलिखित आहार धारित करें:
प्रोटीन युक्त भोजन:
नाइट्स
मूंगफली
दाल
दूध की विकल्प:
यदि दूध नहीं पीना चाहतीं, तो दही का सेवन करें।
हरी सब्जियां:
हरी सब्जियां सेवन करें जो प्रोटीन, कैल्शियम, और विटामिन से भरी हों।
रेशेदार फल और सब्जियां:
रेशेदार फल और सब्जियां जैसे की पपीता, आम, स्पिनेच, गोभी आदि शामिल करें।
आम प्रश्न – प्रेगनेंसी से संबंधित कुछ जवाब
प्रेगनेंसी में कौन सी गलतियां ना करें?
प्रेगनेंसी में अत्यधिक नशीले पदार्थों का सेवन करना शिशु और मां दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। स्वस्थ और सुरक्षित रहने के लिए इन्हें दूर रखें।
क्या प्रेगनेंसी में सेक्स कर सकते हैं?
हाँ, प्रेगनेंसी में संभोग करना पूरी तरह सुरक्षित है और इससे शिशु को कोई नुक्सान नहीं होता है। बल्कि शिशु को तो इन लम्हों का कुछ पता भी नहीं होता।
प्रेगनेंसी में क्या करना चाहिए?
प्रेगनेंसी में एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना हमेशा फायदेमंद है। अपने पार्टनर, परिवार और दोस्तों के साथ समय व्यतीत करके हर क्षण को सुनहरा बनाएं।
Matrishakti के कुछ शब्द
बिल्कुल, 26 सप्ताह की गर्भावस्था में अपनी देखभाल को महत्वपूर्ण बनाए रखना आवश्यक है। हेल्दी डाइट, पर्याप्त पानी, और नियमित निरीक्षण से आप और आपके शिशु के स्वास्थ्य को सुनिश्चित रूप से बनाए रख सकते हैं। यदि कोई शंका हो, तो निरीक्षक से सलाह लेना सही होगा।