प्रेगनेंसी 12 वां सप्ताह – गर्भावस्था लक्षण, शिशु और प्रेगनेंसी केयर टिप्स | 12 week pregnancy in hindi

आपकी गर्भधारणा के तीन महीने आगे बढ़ते ही, आप 12 सप्ताह गर्भवती हो चुकी हैं और शायद आपने पहले महीने में होने वाले प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षणों में कुछ आराम महसूस किया होगा। इस दौरान, आपका शिशु इंसानी बच्चों की तरह दिखने लगता है और आपका गर्भाशय भी बढ़ता है और बाहर निकलने लगता है।

इस समय, शिशु का विकास विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि अब तक उसके शरीर के मुख्य अंग पूरी तरह विकसित हो चुके होते हैं। यह एक महत्वपूर्ण सप्ताह है जब शिशु का रूप और संरचना स्थापित होने लगता है।

अगर आपने अब तक शिशु की हार्टबीट नहीं सुनी है, तो 12 सप्ताह में डॉक्टर इसे आसानी से सुनकर जांच कर सकते हैं। हार्टबीट सुनना एक रिक्ति और आत्म-संवाद का अनुभव हो सकता है, जो आपको और भी ज्यादा गर्वित कर सकता है।

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गर्भावस्था 12 सप्ताह – लक्षण, शिशु, प्रेगनेंसी टिप्स और देखभाल से जुड़ी जरूरी बाते | 12 week pregnancy in hindi

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आपके जानने योग्य बिन्दु!

  • इस सप्ताह, शिशु के आंत जो पहले गर्भनाल की जगह पर थे, अब अपने सही स्थान, यानी पेट में पहुंच जाते हैं। इस विकास के माध्यम से शिशु का शरीर और विभिन्न अंग सही रूप से स्थापित हो रहे हैं।
  • इसी सप्ताह में, मस्तिष्क में पिट्यूटरी ग्लैंड भी कार्यशील हो गया होता है। यह ग्लैंड नर्मल हार्मोन निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और शिशु के विकास में महत्वपूर्ण योगदान करता है।
  • साथ ही, इस सप्ताह में बोनमेलो भी सफेद रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने लगता है, जिससे शिशु का शरीर जर्म्स से लड़ने के लिए तैयार हो जाता है। यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो शिशु के रक्त सिस्टम की स्थापना में मदद करती है।

 

 

“12 सप्ताह की प्रेगनेंसी में शिशु का विकास – बेबी डेवलपमेंट देखिए”

 

शिशु की हार्टबीट

इस हफ्ते, यदि आपने अभी तक शिशु की हार्टबीट सुनी नहीं है, तो डॉक्टर एक डॉपलर के माध्यम से इसे सुनकर शिशु की हार्टबीट की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह एक गर्वभावन और सुरक्षित मातृत्व का अनुभव हो सकता है।

 

शिशु का आकार और तिमाही के 12वें हफ्ते:

इस हफ्ते, शिशु का आकार और लंबाई बढ़ती है, और उसका कुल वजन लगभग 11 ग्राम होता है। इस दौरान, अंदरीकृत बदलावों के बावजूद, बाहर से शिशु समान दिख सकता है, लेकिन उसके शारीरिक विकास में बड़े परिवर्तन हो रहे हैं।

पाचन तंत्र कार्यशील बनना:

इस सप्ताह में, शिशु का पाचन तंत्र भी कार्यशील होने लगता है, जिससे वह भोजन को पचानने में सक्षम होता है। शिशु की आंतें अब भोजन पचाने के लिए आवश्यक रसायनों का निर्माण करने में सक्षम हो रही हैं। यह एक महत्वपूर्ण मील का समय है, जब शिशु का शारीरिक स्वास्थ्य सुनिश्चित होने लगता है।

सफेद रक्त कोशिकाएं:

बोनमेलो इस सप्ताह में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, सफेद रक्त कोशिकाओं का निर्माण करते हुए। ये कोशिकाएं शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करती हैं, इसलिए बोनमेलो का यह योगदान विशेष महत्वपूर्ण है।

 

पिट्यूटरी ग्लैंड कार्यशील:

इस सप्ताह में, माता तथा शिशु के बीच स्थित महत्वपूर्ण “पिट्यूटरी ग्लैंड” भी कार्यशील हो जाता है। यह ग्लैंड शिशु के भविष्य में उसके बच्चे होने में सहायक होगा, जिससे मां-बच्चे के बीच सही हार्मोनल संतुलन बना रहेगा।

अन्य विकास प्रक्रियाएं

  • शिशु का शरीर इस सप्ताह पारदर्शी होता है, और हड्डियां तथा पूरा स्केलेटन सिस्टम मजबूत हो रहा है।
  • हाथ और पैरों के नाखून भी बढ़ रहे हैं।
  • गले में वोकल कॉर्ड (वाद्य यंत्र) बन रहे हैं, जो बालगीत क्षमता को बढ़ाता है।
  • लिवर लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण कर रहा है, जो अगले कई सप्ताहों में आवश्यक हैं।
  • प्लेजेंटा कार्यशील हो रहा है, जिससे प्रेगनेंसी हार्मोनों के प्रभाव कम होने लगते हैं।

इस सप्ताह में शिशु के विकास में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हो रहे हैं, जो एक स्वस्थ और सुरक्षित गर्भावस्था की दिशा में प्रबल रूप से संकेत करते हैं

 

बारह सप्ताह में गर्भवती का शरीर – Your body at 12 week pregnant in hindi

प्रेगनेंसी लक्षणों का खात्मा:

जब गर्भवती महिला अपनी पहली तिमाही को समाप्त करती है, तो शिशु पेल्विस के सामने एब्डॉमिन में स्थित होने लगता है। इसके साथ ही, प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षणों का खात्मा होने से कुछ राहत मिलती है और दूसरी तिमाही के लक्षण आरंभ होते हैं।

लो सेक्स ड्राइव:

गर्भावस्था में सेक्स ड्राइव में बदलाव हो सकता है। कुछ महिलाएं इसमें बढ़ोतरी देखती हैं, जबकि दूसरीं को कमी महसूस हो सकती है। यह बदलाव प्रेगनेंसी सिम्पटम्स और शारीरिक बदलावों के कारण हो सकता है।

चक्कर महसूस करना:

दूसरी तिमाही में पहुंचने पर छुटकारा मिलता है, लेकिन नए प्रेगनेंसी सिम्पटम्स से मुलाकात होती हैं, जिसमें चक्कर आना शामिल हो सकता है। इसमें हार्मोन बदलाव और रक्त संचार की कमी शामिल हो सकती हैं। यदि चक्कर महसूस होता है, तो आराम से बैठें और सांस लें, इससे आपको राहत मिल सकती है।

 

“बारह सप्ताह में गर्भावस्था के लक्षण – 12 week pregnancy in Hindi”

 

 बार बार पेशाब की समस्या से राहत:

गर्भावस्था के इस समय में बार बार पेशाब की समस्या से राहत महसूस करना सामान्य है। यह लक्षण अब थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन फिर भी आपको आराम मिलेगा।

सुगंध लेने की क्षमता बढ़ना:

प्रेगनेंसी में सुपर सेंस ऑफ स्मेल की क्षमता बढ़ सकती है, जिससे आप अच्छे से खुशबू को पहचान सकती हैं। ध्यान रखें कि इसके बारे में अच्छे अनुभव के लिए शुगरी गंधद्रव्यों से बचें।

 

थकान

शरीर का मेहनती काम करता है ताकि शिशु और प्लेजेंटा पोषित रह सकें, इससे थकान महसूस हो सकती है। अच्छी तरह से आराम करने के लिए आपको समय निकालना चाहिए।

ब्लोटिंग और गैस

प्रेगनेंसी के इस समय में ब्लोटिंग और गैस की समस्याएं हो सकती हैं। धीरे-धीरे खाना खाने और उचित तरीके से खाना खाने से इस समस्या से बचा जा सकता है।

अचानक सिर दर्द

अचानक सिर दर्द के लिए पर्याप्त खाना और ब्लड शुगर लेवल का ध्यान रखें। यदि सिर दर्द बना रहता है, तो विशेषज्ञ से सलाह लें।

 

 

गर्भावस्था के बारह सप्ताह में अल्ट्रासाउंड – जाँच (Ultrasound Test) (बारह सप्ताह में गर्भावस्था की जाँच):

गर्भावस्था के 11 से 13 सप्ताह के बीच, अक्सर डॉक्टर एक महत्वपूर्ण चरण के रूप में अल्ट्रासाउंड टेस्ट करते हैं। यह जाँच मात्रा नहीं करती है कि शिशु कैसा दिखता है, बल्कि यह गर्भवती महिला और शिशु की स्वास्थ्य स्थिति की जाँच करने का भी एक अद्वितीय अवसर प्रदान करती है।

इस जाँच के दौरान, डॉक्टर गर्भवती महिला के गर्भ में शिशु की चित्रण करते हैं और उन्हें शिशु की सामान्य विकास, रक्तवाहिनी, और अन्य महत्वपूर्ण विवरणों की जाँच करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इस जाँच से डॉक्टर शिशु की नुकसानप्रद शिकायतों की जाँच करते हैं और ऐसे स्थितियों को पहचानते हैं जो सामान्य विकास में किसी तरह की दिक्कतें दिखा सकती हैं। यह जाँच गर्भावस्था के संभावित रिस्क और विकास को समझने में मदद करती है ताकि आवश्यक होने पर उपचार या समर्थन की योजना बनाई जा सके।

 

गर्भावस्था बारहवें सप्ताह में पेट निकलना – 12 week pregnancy in Hindi

बारहवें सप्ताह में गर्भवती होने पर, बहुत सी महिलाएं महसूस करती हैं कि उनका पेट बड़ने लगा है और बेबी बंप दिखने लगा है। इस समय, आपके पसंदीदा कपड़े टाइट हो सकते हैं और आपने कुछ वजन भी बढ़ाया होगा। यह आम है क्योंकि गर्भवति होने पर शिशु और गर्भाशय का आकार बढ़ता है।

हालांकि, बेबी बंप का आना व्यक्ति की शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है, जैसे कि उम्र, हाइट, और बॉडी स्ट्रक्चर। कुछ महिलाएं इस समय पर बेबी बंप को सही तरीके से नहीं महसूस कर सकती हैं, लेकिन यह एक सामान्य प्रक्रिया है और हर व्यक्ति की शारीरिक परिस्थिति विभिन्न होती है।

चिंता न करें, आपका बेबी बंप समय के साथ दिखना शुरू होगा और यह एक सुंदर गर्भावस्था का हिस्सा होगा।

 

गर्भावस्था बारहवां सप्ताह के लिए टिप्स – “Self-Care Tips for 12 Week of Pregnancy in Hindi”

 

फ्लू का टीका:

मई से अक्टूबर के बीच प्रेग्नेंट महिलाओं को फ्लू के टीके की सलाह दी जाती है, क्योंकि इस समय इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है।

ढीले कपड़े पहनें:

अपने बदन के बदलते साइज के साथ, ढीले कपड़े पहनना आपको आरामदायक बना सकता है।

 

हेल्दी भोजन:

सही पोषण के लिए हरी सब्जियों, फलों, प्रोटीन और दूध को शामिल करें।

 

नशीले पदार्थों से बचें:

नशीले पदार्थों का सेवन परहेज के साथ करें, क्योंकि इससे नुकसान हो सकता है।

हाइड्रेटेड रहें:

अच्छे से हाइड्रेट रहना महत्वपूर्ण है, खासकर फिजिकल एक्टिविटी के दौरान।

12 सप्ताह के लिए प्रेग्नेंसी आहार:

वेजीटेरियन होने पर विशेष ध्यान दें और आवश्यक पोषक तत्वों को सही मात्रा में लें।

ध्यान रखें, ये टिप्स अनुष्ठानिक चिकित्सक से सलाह लेने के पूरक हैं।

 

आम प्रश्न – प्रेगनेंसी से संबंधित कुछ जवाब

 

Matrishakti के कुछ शब्द

बिल्कुल, 12 सप्ताह का यह समय गर्भवती महिला और शिशु के लिए महत्वपूर्ण है। हेल्दी डाइट, पर्याप्त पानी, और खुद का ध्यान रखना आपके स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। अगर कोई शंशा है, तो निरीक्षक से सलाह लेना सबसे अच्छा होगा।

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